निबन्धनगरी
Essay - परीक्षा में निबंध प्रायशः होते हैं। तथा शिक्षकों को भी प्रश्नपत्र बनाने में निबंधों की आवश्यकता होती है। हमारे द्वारा यह प्रयत्न किया गया है कि आप के लिए अधिक से अधिक व्याकरण शुद्ध निबंध (Essay) उपलब्ध हो।
Essay - परीक्षा में निबंध प्रायशः होते हैं। तथा शिक्षकों को भी प्रश्नपत्र बनाने में निबंधों की आवश्यकता होती है। हमारे द्वारा यह प्रयत्न किया गया है कि आप के लिए अधिक से अधिक व्याकरण शुद्ध निबंध (Essay) उपलब्ध हो।
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मेरी पाठशाला मेरी पाठशाला विद्या बहुत आवश्यक होती है। विद्या विना मनुष्य प्रगति नहीं कर सकता। हमारे पूर्वजों ने कहा है - विद्या परा देवता। अर्थात् विद्या ही परम देवता है । परंतु आजकल विद्यार्जन करना जितना सरल है उतना पुराने ज़माने में नहीं हुआ करता था। विद्यार्थी गुरुकुल जाते थे। उस वक्त विद्यार्थी गुरुकुल में रहकर गुरु सेवा किया…
और पढ़ेंMY SCHOOL My School Education is very important. A person without knowledge cannot progress. Nowadays, it is very easy to learn because of the schools. Most students study in school. I go to school every day. I like my school very much. My School Name My school name is D. A. V. English School. My school is in Delhi . My school i…
और पढ़ेंमाझी शाळा शिक्षण खूप महत्वाचे आहे. ज्ञान नसलेली व्यक्ती प्रगती करू शकत नाही. विद्या परा देवता। पण आजकाल पूर्वी इतका अभ्यास करणे इतके कठिण नाही. विद्यार्थी गुरुकुलात जायचे. त्यावेळी विद्यार्थी गुरूच्या घरात राहत असत आणि त्यांनी गुरुसेवा करून अभ्यास केरीत. पण आज फार थोडीच गुरुकुले शिल्लक आहेत. बहुतेक विद्यार्थी शा…
और पढ़ेंसंस्कृत निबंध - मम पाठशाला मम पाठशाला विद्या अतीव आवश्यकी। विद्यां विना मनुष्यः प्रगतिं कर्तुं न शक्नोति। विद्या परा देवता। परन्तु साम्प्रतं यावत् विद्यार्जनं सरलम् अस्ति तावत् पुराकाले न आसीत्। प्राचीनकाले छात्राः गुरुकुलं गच्छन्ति स्म। तदा छात्राः गुरुगृहे गुरुसेवां कुर्वन्ति स्म। पठन्ति स्म। परन्तु साम्प्रतं गुरुकुलानां संख्या न…
और पढ़ेंमम विद्यालयः विद्या अतीव आवश्यकी। विद्यां विना मनुष्यः प्रगतिं कर्तुं न शक्नोति। विद्या परा देवता। परन्तु साम्प्रतं यावत् विद्यार्जनं सरलम् अस्ति तावत् पुराकाले न आसीत्। प्राचीनकाले छात्राः गुरुकुलं गच्छन्ति स्म। तदा छात्राः गुरुगृहे गुरुसेवां कुर्वन्ति स्म। पठन्ति स्म। परन्तु साम्प्रतं गुरुकुलानां संख्या न्यूना अस्ति। अधिकांशाः छात…
और पढ़ेंमम प्रियः खगः ख - इत्यस्य शब्दस्य अर्थः आकाश इति। अतः खग इत्यस्य शब्दस्य अर्थः एवं भवति - खं गच्छति इति खगः। अर्थात् यः आकाशं गच्छति सः खगः। खगाः पक्षबलेन उड्डानं कुर्वन्ति। तेषु खगेषु मम प्रियः खगः - मयूरः इति। मम प्रियः खगः - मयूरः मयूरः मयूरः अतीव सुन्दरः खगः अस्ति। मयूरस्य पिच्छाः मनमोहकाः सन्ति। तस्य पिच्छानां सौन्दर्यम् अतीव …
और पढ़ेंवक्रतुण्ड महाकाय कोटिसूर्य समप्रभ। निर्विघ्नं कुरु मे देव शुभकार्येषु सर्वदा॥
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